भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस)

इंटरनेट आधारित डेरी भौगोलिक सूचना प्रणाली (आई-डीजीआईएस):

एनडीडीबी ने इंटरनेट आधारित डेरी भौगोलिक सूचना प्रणाली (आई-डीजीआईएस) विकसित की है, जिसमें भारत की जनगणना के अनुसार सभी कस्‍बों एवं शहरों समेत देश के लगभग 6 लाख रिहायशी गांवों में से 5 लाख से अधिक गांवों की स्‍थान संबंधी जानकारी (जिसमें देश के प्रमुख दूध उत्‍पादक राजयों के सभी गांव शामिल हैं) के साथ-साथ विशिष्ट जानकारी उपलब्‍ध होती है ।

आई-डीजीआईएस का उपयोग संचालन क्षेत्र की गतिविधियों की योजना बनाने के एक साधन के रूप में किया जा सकता है क्योंकि मानव जनगणना, पशुधन गणना तथा गांव की भूमि उपयोग/भू क्षेत्र को एकीकृत कर उसे डिजिटल मैप पर एक स्‍थान पर उपलब्‍ध कराया गया है।

अतः सरकारी पशुपालन विभाग/एनडीपी-। के अंतर्गत ईआईए/दूध संघ/उत्‍पादक कंपनी/महासंघ आई-डीजीआईएस कार्यक्रम में भाग लेते हैं । अधिक जानकारी के लिए ग्रुप प्रमुख (एसएएंडएस), राष्‍ट्रीय डेरी विकास बोर्ड, पो. बॉ. सं. 40, आणंद - 388001, ईमेल: anand@nddb.coop पर अनुरोध पत्र भेजें ।

 

दूध संघों हेतु जीआईएस :

एनडीडीबी ने ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर क्‍यूजीआईएस (जिसे आसानी से www.qgis.org से डाउनलोड किया जा सकता है) तथा जीआईएस डाटाबेस का इस्‍तेमाल करके जीआईएस एप्लिकेशनों की क्षमता का उपयोग करने हेतु दूध संघों के लिए एक विशेष कार्यक्रम विकसित किया है । यह दूध संघ के स्‍तर पर उनके व्‍यावसायिक आंकड़ों के लिए स्‍वतंत्र व्यवस्था होगी। यह चरणवार क्रियान्‍वयन कार्यक्रम होगा जिसमें क्षेत्रीय आंकड़ा संकलन, प्रसंस्‍करण तथा विश्‍लेषण शामिल है ।

एनडीडीबी मिल्‍क शेल्‍ड क्षेत्र में संचालनात्‍मक जिलों को जीआईएस डाटाबेस उपलब्‍ध कराएगी बशर्ते कि एनडीडीबी एवं दूध संघ के बीच एमओयू निष्‍पादित हुआ हो । यह उचित प्रशिक्षण उपलब्‍ध कराएगी और उपर्युक्‍त कार्यक्रमों के क्रियान्‍वयन हेतु आरंभिक सहायता उपलब्‍ध कराएगी ।

अधिक जानकारी के लिए ग्रुप प्रमुख (एसएएंडएस), राष्‍ट्रीय डेरी विकास बोर्ड, पो. बॉ. सं. 40, आणंद – 388001, ईमेल: anand@nddb.coop पर अनुरोध पत्र भेजें