निदानिकी

निदानः-

गोजातीय क्षय रोग (बीटीबी) तथा जोनेस रोग (जेडी) के पुष्टकारी निदान के लिए एलिसपोट परख ELISP pot assay भी विकसित किया जा रहा है, नैदानिक नमूनों में वायरस का पता लगाने के लिए एक लूप मीडीयेटड आइसोथर्मल एम्प्लीफीकेशन (एल ए एम पी) का मूल्यांकन किया जा रहा है जिससे एफएमडी वायरस का सटीक तथा तेजी से निदान हो सके।

गैर संरचनात्मक प्रोटीन के प्रतिरक्षक का पता लगा कर एफएमडी संक्रमित और टीका लगे हुए पशुओं के बीच अंतर करने के लिए एक ELISA (एलीसा) विकसित किया गया है।

रेबीज के निदान के लिए आरटी-पीसीआर, चूहों के टीके, सांस्कृतिक अलगाव और क्लोरोसेंट एंटीबॉडी तकनीक से सुविधाएं विकसित की गई है और नियमित रुप से उनका इस्तेमाल किया जा रहा है।