विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस: खाद्य क्षेत्र में डेरी क्षेत्र पहला है, जिसने खाद्य सुरक्षा प्रबंधन प्रणालियों को अपनाया है: अध्यक्ष एनडीडीबी
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस: खाद्य क्षेत्र में डेरी क्षेत्र पहला है, जिसने खाद्य सुरक्षा प्रबंधन प्रणालियों को अपनाया है: अध्यक्ष एनडीडीबी
7 जून 2020, आणंद: संयुक्त राष्ट्र के एफएओ एवं डब्ल्यूएचओ सुरक्षित खाद्य को बढ़ावा देने के विश्वव्यापी प्रयासों में सहयोग दे रहे हैं । दूसरे विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस पर अपने संदेश में, श्री दिलीप रथ, अध्यक्ष, एनडीडीबी ने कहा कि इस वर्ष का थीम है – ‘’खाद्य सुरक्षा, सभी का सरोकार’’ जो इससे संबंधित भावनाओं और उत्तरदायित्वों को सटीक ढंग से दर्शाता है । हम सभी यह उम्मीद करते हैं कि हमारा खाद्य पदार्थ सुरक्षित एवं उपभोग योग्य हो । खाद्य सुरक्षा आश्वासन की कमी उपभोक्ता के विश्वास पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है ।
वर्तमान में, पूरा विश्व कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी रूपी सबसे बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है तथा भारत समेत कई देश इससे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं । डेरी क्षेत्र समेत संपूर्ण खाद्य उद्योग पर भी इसका असर पड़ा है । भले ही, खाद्य कोविड-19 के प्रसार का ज्ञात वेक्टर नहीं है, फिर भी, इस वायरस के फैलाव को रोकने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है । उपभोक्ताओं को ऑफर किया जाने वाला खाद्य कन्वेंशनल माइक्रोबियल, केमिकल, फीजिकल तथा एलर्जन से उत्पन्न खाद्य सुरक्षा संकटों के अलावा किसी अप्रत्यक्ष स्वास्थ्य जोखिम से सुरक्षित होना चाहिए । यह गर्व की बात है कि खाद्य क्षेत्र में हमारा डेरी क्षेत्र पहला है, जिसने एचएसीसीपी जैसी खाद्य सुरक्षा प्रबंधन प्रणालियों को अपनाया है । यह डेरी क्षेत्र इस महामारी के कारण उत्पन्न अप्रत्यक्ष स्वास्थ्य जोखिमों का बहुत कुशलता के साथ समाधान भी कर रहा है ।
श्री रथ ने कहा कि जब पूरा देश कोविड-19 के कारण लॉकडाउन में था, डेरी बोर्ड ने काम करना बंद नहीं किया । एनडीडीबी ने संपूर्ण डेरी मूल्य श्रृंखला में सख्त सुरक्षात्मक उपायों एवं सुरक्षा प्रोटोकॉलों के क्रियान्वयन में सहयोग दिया, जिससे इस वाइरल बीमारी के जोखिम एवं प्रसार में कमी आई । हमारी एचएसीसीपी कम्प्लायंट डेरी सहकारिताओं द्वारा विपणित पैक्ड दूध एवं दूध उत्पाद खुले दूध एवं दूध उत्पादों की तुलना में सदैव सुरक्षित होते हैं । दूध एवं दूध उत्पादों की गुणवत्ता एवं सुरक्षा के प्रति उपभोक्ताओं के विश्वास को दृढ़ करने के लिए डेरी सहकारिताओं ने एनडीडीबी के गुणवत्ता चिह्न को अपनाया है और दूध संकलन बिंदु से लेकर प्रसंस्करण संयंत्र, खुदरा दुकानों तथा अंतत: उपभोक्ताओं तक स्वच्छ एवं सुरक्षित हैंडलिंग से संबंधित सभी प्रक्रियाओं को लागू किया है ।
हमारे जैसे उष्णकटिबंधीय देश में, जिसमें कोल्ड चेन का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करना सर्वोपरि प्राथमिकता है, दूध की सुरक्षा एवं गुणवत्ता बनाए रखना लघु धारक उत्पादन प्रणाली के लिए एक बड़ी चुनौती है । सभी हितधारकों के विश्वास को बनाए रखने के लिए एनडीडीबी द्वारा एक प्रमुख जागरूकता अभियान शुरू किया गया था । दूध उत्पादकों, ग्रामीण दूध संकलन केंद्रों/बीएमसी/चिलिंग केंद्रों, डेरी प्रसंस्करण इकाइयों, पशु आहार संयंत्रों, डिपो/वितरकों/खुदरा बिक्रेताओं और उपभोक्ताओं द्वारा सुरक्षा एवं स्वच्छता बरते जाने से संबंधित जारी निर्देश सभी के साथ साझा किए गए ।