अध्यक्ष, एनडीडीबी अंतर्राष्ट्रीय डेरी महासंघ के बोर्ड में सर्वसम्मति से निर्वाचित हुए
अध्यक्ष, एनडीडीबी अंतर्राष्ट्रीय डेरी महासंघ के बोर्ड में सर्वसम्मति से निर्वाचित हुए
3 नवंबर 2020, आणंद: 2 नवंबर 2020 को आईडीएफ की आम सभा के दौरान श्री दिलीप रथ, अध्यक्ष, राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) को अंतर्राष्ट्रीय डेरी महासंघ (आईडीएफ) के बोर्ड में सर्वसम्मति से निर्वाचित किया गया है । श्री रथ ने कहा, “आईडीएफ के बोर्ड में मेरे निर्वाचन को मैं भारतीय डेरी के अनुभव से मूल्यवान जानकारी साझा करने और डेरी उद्योग से जुड़े देशों के मध्य समानताओं एवं तालमेल को प्रोत्साहित करने के अवसर के रूप में देखता हूँ । विश्व के सबसे बड़े दूध उत्पादक देश का प्रतिनिधित्व करना तथा डेरी उद्योग के दीर्घकालिक लक्ष्यों को बढ़ावा देना तथा संयुक्त राष्ट्र के सतत् विकास लक्ष्यों को हासिल करने में भी योगदान देना मेरे लिए सौभाग्य की बात है । मैं आईडीएफ के बोर्ड की मैनडेट को और आगे बढ़ाने के लिए उत्सुकता से तत्पर हूँ ।”
श्री दिलीप रथ भारतीय राष्ट्रीय समिति के सदस्य सचिव के रूप में तथा डेरी नीति एवं अर्थव्यवस्था पर स्थायी समिति के सदस्य के रूप में पिछले 10 वर्षों से आईडीएफ से संबद्ध रहे हैं । उन्होंने अनेक अवसरों पर राष्ट्रीय सचिवों की समिति के साथ-साथ आम सभा में भागीदारी की है । 2016 में रोटरडैम सम्मेलन में लीडर्स फोरम पैनल में श्री रथ एक विशिष्ट वक्ता भी रहे । अक्तूबर 2016 में रोटरडैम में आयोजित आईडीएफ विश्व डेरी सम्मेलन में आईडीएफ एवं एफएओ के मध्य डेरी घोषणा पर हस्ताक्षर करने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। यह घोषणा महत्वपूर्ण सतत् डेरी विकास के लक्ष्यों जैसे कि गरीबी एवं भुखमरी उन्मूलन तथा पर्यावरण सुरक्षा को हासिल करने में डेरी सेक्टर के योगदान को महत्व देता है । सचिव, पशुपालन एवं डेयरी, भारत सरकार द्वारा प्रतिनिधित्व आईडीएफ भारतीय राष्ट्रीय समिति तथा अध्यक्ष, एनडीडीबी ने 2019 में इंस्ताम्बुल में आयोजित आईडीएफ के विश्व डेरी सम्मेलन में अंतर्राष्ट्रीय डेरी महासंघ के अध्यक्ष एवं महानिदेशक के साथ संयुक्त राष्ट्र के सतत् विकास लक्ष्यों को पूरा करने के लिए भारतीय डेरी सेक्टर के समर्थन पर हस्ताक्षर किए ।
श्री रथ ने भारतीय राष्ट्रीय समिति के सचिव के रूप में 2022 में भारत में आयोजित होने वाले विश्व डेरी सम्मेलन की मेजबानी करने की पहल की । भारत 2022 में कोविड-19 काल के बाद आयोजित होने वाले पहले आईडीएफ विश्व डेरी सम्मेलन की मेजबानी करेगा जिसमें लगभग 55 देशों से विशेषज्ञों, शिक्षाविदों, डेरी प्रोफेशनलों सहित 1000 से अधिक प्रतिभागी शामिल होंगे । नई दिल्ली, भारत में विश्व डेरी सम्मेलन की मेजबानी करना डेरी किसानों के लिए एक गर्व का क्षण और उचित सम्मान होगा । यह सम्मेलन डेरी लीडरों तथा विशेषज्ञों को जानकारी साझा करने तथा यह क्षेत्र कैसे सुरक्षित एवं सतत् डेरी उद्योग के माध्यम से विश्व के पोषण में योगदान दे सकता है, इस पर विचार-विर्मश करने का एक वैश्विक मंच प्रदान करता है ।
श्री रथ ने कहा कि भारत में सहकारिता पद्धति को अपनाना अनायास नहीं है बल्कि यह महत्वपूर्ण रणनीति है जिसके द्वारा लाखों छोटे डेरी किसानों को बाजार में एक समान अवसर उपलब्ध कराकर तथा दूध के मूल्य का उचित हिस्सा उन्हें दिलाकर उनका सशक्तीकरण किया जा रहा है । भारत में डेरी उद्योग संपूर्ण कृषि क्षेत्र के लिए विकास का इंजन साबित हुआ है । यह न केवल अरबों उपभोक्ताओं को पोषण उपलब्ध कराता है बल्कि हमारे लाखों दूध उत्पादकों को सतत् आजीविका भी उपलब्ध कराता है । भारत विश्व के दूध उत्पादक देशों में पहले स्थान पर है तथा यहां विश्व की सबसे बड़ी गोवंशीय आबादी है । दूध उत्पादन में पिछले 5 वर्षों से 1.53% वैश्विक सीएजीआर के प्रति भारत की 6.43% के संयुक्त वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) पर वृद्धि हो रही है । डेरी किसानों, भारत सरकार, एनडीडीबी और कई अन्य हितधारकों के ठोस प्रयासों से डेरी सेक्टर में प्रभावी वृद्धि एवं आत्मनिर्भरता संभव हुई है । इस संदर्भ में श्री रथ का चयन भारत के लिए गर्व की बात है ।
वैश्विक डेरी सेक्टर 2030 तक भुखमरी उन्मूलन के संयुक्त राष्ट्र के दीर्घकालिक लक्ष्यों को पूरा करने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है । अन्य के अलावा, यह चिरस्थायी कृषि के विकास तथा सीमांत एवं छोटे किसानों को सहयोग देने के महत्वपूर्ण घटको पर निरंतर ध्यान देगा । ऐसा करने के लिए महिलाओं का सशक्तिकरण करना होगा जिसके लिए डेरी सहकारिताओं में उनमें नेतृत्व की भूमिका बढ़ानी तथा निर्णय लेने में भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी तथा इसके साथ उत्पादक संस्थाओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता है ।
आईडीएफ एक अंतर्राष्ट्रीय गैर सरकारी, गैर-लाभ वाली संस्था है जिसका विज़न “सुरक्षित एवं सतत् डेरी के माध्यम से विश्व को पोषण प्रदान करने में सहयोग करना” है । आईडीएफ सदस्य राष्ट्रीय समितियां होती हैं जो सामान्यतः प्रत्येक देश में डेरी संस्थाओं द्वारा गठित होती हैं । आईडीएफ की राष्ट्रीय समिति (आईएनसी) अपने देश का प्रतिनिधित्व करती है । सचिव (एडीएफ), मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार इस आईएनसी-आईडीएफ के अध्यक्ष हैं तथा एनडीडीबी, इसके सचिवालय के रूप में इनकी गतिविधियों का संयोजन करती है ।