एनडीडीबी ने बायोगैस पर आधारित खाद प्रबंधन मॉडल को बढ़ावा देने के लिए सस्टेन प्लस के साथ सहयोग किया
एनडीडीबी ने बायोगैस पर आधारित खाद प्रबंधन मॉडल को बढ़ावा देने के लिए सस्टेन प्लस के साथ सहयोग किया
24 मई 2021, आणंद: राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) ने बायोगैस पर आधारित खाद प्रबंधन मॉडल को बढ़ावा देने के लिए सस्टेन प्लस एनर्जी फाउंडेशन के साथ भागीदारी की है। श्री मीनेश शाह, कार्यपालक निदेशक, एनडीडीबी और श्री गणेश नीलम, निदेशक, सस्टेन प्लस ने बायोगैस एवं स्लरी प्रसंस्करण केंद्रों पर इस परियोजना को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । रणनीतिक साझेदारी निर्धारित करने हेतु हाल ही में इस आशय के लिए समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए ।
श्री शाह ने कहा कि इस सहयोग से एनडीडीबी को डेरी सहकारिताओं और उत्पादक कंपनियों के नेटवर्क के माध्यम से देश के अन्य हिस्सों में बायोगैस खाद प्रबंधन मॉडल को परखने और इस अनुभव को दोहराने में मदद मिलेगी । बायोगैस पर आधारित यह खाद प्रबंधन मॉडल छोटे किसानों की स्वच्छ खाना पकाने की ईंधन की आवश्यकता को पूरा करने और कृषि में पोषक तत्वों से भरपूर बायो स्लरी के उपयोग को बढ़ावा देने में मदद करता है ।
उन्होंने बताया कि अतिरिक्त बायो स्लरी की बिक्री करके किसान अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं। एकत्रित अतिरिक्त स्लरी का उपयोग स्लरी पर आधारित जैविक उर्वरक का उत्पादन करने के लिए किया जाता है। किसानों द्वारा स्वच्छ खाना पकाने के साधन का सहारा बनने और मीथेन उत्सर्जन को रोकने के साथ, यह मॉडल पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों को कम करता है।
श्री नीलम ने बताया कि इस भागीदारी से विकेंद्रीकृत स्थाई ऊर्जा कार्यक्रमों और प्रौद्योगिकियों को बढ़ाने के लिए सस्टेन प्लस को बनाए रखने में मदद मिलेगी ताकि हाशिए और कमजोर वर्ग को लोगों के सामने आने वाली अतिमहत्वपूर्ण विकासात्मक समस्याओं का समाधान किया जा सके ।
दोनों संस्थाओं ने पूरे देश में इस तरह की गतिविधियों की निरंतरता बनाए रखने और अध्ययनों के संचालन (जेनरेटिंग लर्निंग) में वृद्धि हेतु एक साथ काम करने पर सहमति व्यक्त की है। इससे विभिन्न योजनाओं के साथ सामंजस्य स्थापित करने में भी मदद मिलेगी।