एनडीडीबी, जीसीएमएमएफ और W20 ने डेरी सहकारिताओं के माध्यम से ‘जन भागीदारी- सतत् महिला नेतृत्व विकास’ विषय पर एनडीडीबी, आणंद में आयोजित किया कार्यक्रम
एनडीडीबी, जीसीएमएमएफ और W20 ने डेरी सहकारिताओं के माध्यम से ‘जन भागीदारी- सतत् महिला नेतृत्व विकास’ विषय पर एनडीडीबी, आणंद में आयोजित किया कार्यक्रम
आणंद, 20 जुलाई, 2023: राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी), गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) और W20 ने 20 जुलाई 2023 को एनडीडीबी, आणंद में G20 के एक ऑफिशियल इंगेजमेंट ग्रुप, W20 के अंतर्गत डेरी सहकारिताओं के माध्यम से ‘जन भागीदारी- सतत् महिला नेतृत्व विकास’ पर एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया।
इस अवसर पर, गुजरात सरकार के माननीय सहकारिता राज्य मंत्री, श्री जगदीश विश्वकर्मा ने कहा कि महिलाओं को डेरी और सहकारिताओं के प्रबंधन में अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए । हमें मुनाफे को बढ़ाने के लिए दूध उत्पादन की लागत को कम करने हेतु काम करने की जरूरत है । तकनीकी हस्तक्षेप से श्रमिकों की कमी की चुनौती से निपटा जा सकेगा, जिसकी जानकारी हमारी महिला डेरी किसानों को है। हम चारे की कमी से निपटने के लिए गांवों में सामुदायिक पशुशाला बनाने और व्यावसायिक रूप से चारा उत्पादन करने पर विचार कर सकते हैं । हमारे माननीय प्रधानमंत्री, माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और गुजरात के मुख्यमंत्री की अग्रणी पहल ने इस क्षेत्र में समानता और समावेश सुनिश्चित करते हुए महिलाओं के नेतृत्व विकास का मार्ग प्रशस्त किया है ।
अपने वीडियो संदेश में, माननीय केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री परषोत्तम रूपाला ने प्रतिनिधियों को महिला केंद्रित विकास से लेकर महिला नेतृत्व विकास तक डेरी के क्षेत्र में महिलाओं की बदलती भूमिका पर ध्यान देने की सलाह दी।
श्री रूपाला ने यह भी कहा कि 18 सर्व महिला डेरी सहकारिताएं कार्यरत हैं और इनके माध्यम से महिलाओं ने आर्थिक स्वतंत्रता और सामाजिक पहचान हासिल की है। भारत सरकार की नई सहकारी नीति में अधिक से अधिक महिलाओं को सहकारी क्षेत्र से जोड़ने का लक्ष्य भी रखा गया है।
इस कार्यक्रम में भारत सरकार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग (डीएएचडी) की सचिव सुश्री अलका उपाध्याय, एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश शाह, जीसीएमएमएफ के अध्यक्ष श्री शामलभाई पटेल, W20 की प्रमुख डॉ. संध्या पुरेचा, जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक श्री जयेन मेहता, इंटरनेशनल डेरी फेडरेशन (आईडीएफ) की महानिदेशक सुश्री कैरोलिन एमोंड, केन्या डेरी बोर्ड की महानिदेशक सुश्री मार्गरेट किबोगी, पूर्व आईपीएस सुश्री भारती घोष, अमूल डेरी के अध्यक्ष श्री विपुल पटेल और W20 की मुख्य संयोजक सुश्री धारित्री पटनायक उपस्थित रहे ।
इस समारोह में संयुक्त राज्य अमेरिका, फ्रांस, इटली, ब्रिटेन, केन्या और अर्जेंटीना के प्रतिनिधि, केंद्र और राज्य सरकारों के अधिकारी, डेरी क्षेत्र से संबंधित प्रतिष्ठित संस्थानों और अन्य हितधारकों के साथ देश भर की सहकारिताओं/उत्पादक संस्थाओं का प्रतिनिधित्व करने वाली लगभग 700 महिला डेरी किसानों ने भाग लिया ।
अपने संबोधन में पशुपालन एवं डेयरी विभाग की सचिव सुश्री अलका उपाध्याय ने बताया कि वैश्विक दूध उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 24% है। पशुधन का बेहतर स्वास्थ्य सुनिश्चित करना महिलाओं की सामूहिक जिम्मेदारी है क्योंकि इसका सीधा संबंध मानव स्वास्थ्य से है। समय पर पशुओं का टीकाकरण किया जाना चाहिए, और हमें पशु टीकों के क्षेत्र में विश्व का वैक्सीन हब बनने के लिए भी प्रयासरत चाहिए। एक अन्य प्रमुख चुनौती है - पशुओं के लिए संतुलित पोषण उपलब्ध कराना और एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग में कमी लाना । इसे सेवा क्षेत्र के साथ एकीकृत करने से महिलाओं और युवा पीढ़ी को भविष्य में पशुपालन और डेरी प्रबंधन से संबद्ध मार्केटिंग, फाइनेंस और अन्य गतिविधियां शुरू करने में मदद मिलेगी।
एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश शाह ने कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि आज, हमें देश भर से इतनी अधिक संख्या में उपस्थित महिला लीडर् की मेजबानी करने की सुअवसर मिला है। महिला डेरी किसानों के योगदान के बिना, भारतीय डेरी उस सफलता के उस शिखर तक नहीं पहुंच पाती, जहां उसे हम अभी देख पा रहे हैं। उन्होंने सभी सफल महिलाओं को उनकी उपलब्धियों से प्रेरित होने वाली लाखों महिलाओं की प्रेरणा स्रोत बनने की बधाई दी।
डॉ. शाह ने बताया कि एनडीडीबी, सरकार की गोबर से समृद्धि पहल के अंतर्गत महिलाओं के योगदान से बायोगैस प्लांट स्थापित करने हेतु 25 अन्य स्थानों पर जाकरियापुरा मॉडल को क्रियान्वित करेगी । डेरी बोर्ड घरेलू डेरी गतिविधियों से लेकर डेरी सहकारिताओं और अन्य संबंधित संस्थाओं में महिला डेरी किसानों की भूमिका में उद्यमिता और गर्वनेस भूमिका में प्रगतिशील परिवर्तन सुनिश्चित करके महिलाओं के समावेशी विकास को बढ़ावा देना निरंतर जारी रखेगा ।
जीसीएमएमएफ के अध्यक्ष, श्री शामलभाई पटेल ने डेरी क्षेत्र में महिलाओं के विशेष योगदान के बारे में बताते हुए कहा कि गुजरात ने डेरी क्षेत्र को वैश्विक मानचित्र पर लाने में अहम भूमिका निभाई है। डेरी क्षेत्र में महिलाएं अपनी भागीदारी के जरिए आर्थिक और सामाजिक दोनों रूप से समाज के वास्तविक उत्थान की उत्प्रेरक रही हैं। हम दूध उत्पादन में सुधार के लिए सतत् डेरी उपायो को अपनाने हेतु महिलाओं को सशक्त बनाने, उन्हें शिक्षित करने और उनका कौशल विकास करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग और एनडीडीबी के तकनीकी मार्गदर्शन के लिए आभारी हैं । हमें इस बात का गर्व है कि जीसीएमएमएफ से लगभग 12 लाख महिलाएं जुड़ी हुई हैं ।
W20 की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप, W20 ने 15 राज्यों को कवर करते हुए 165 कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जिनमें टास्क फोर्स की बैठकें, जनभागीदारी बैठकें और नीति निर्माताओं के साथ परिचर्चाएं शामिल हैं । डेरी सहकारी मॉडल को महिलाओं को बाजार की पहुंच उपलब्ध करा कर तथा उनकी आय में वृद्धि करके सतत् विकास की उत्प्रेरक के एक सफल मॉडल के रूप में मान्यता दी गई है।
जीसीएमएमएफ के प्रबंध निदेशक श्री जयेन मेहता ने बताया कि अमूल महिलाओं के नेतृत्व वाले सहकारी विकास का सबसे उत्तम उदाहरण है । अमूल की शानदार सफलता के मूल में महिला डेरी किसान हैं । भारत और अमूल दुनिया के लिए एक उदाहरण स्थापित कर सकते हैं कि कैसे महिलाएं गुजरात और पूरे देश में दुग्ध क्रांति की केंद्रीय भूमिका में रही हैं । वास्तव में, 26% महिलाएं विभिन्न दूध संघों के बोर्ड में कार्यरत हैं, जबकि लगभग 77,000 महिलाएं (38%) अमूल में ग्राम डेरी सहकारी समितियों की प्रबंध समिति की सदस्य हैं । मैं अमूल को संस्थागत भागीदार बनाने के लिए W20 का आभारी हूं।
पूर्व आईपीएस सुश्री भारती घोष ने इस बात का उल्लेख किया कि जनभागीदारी के इस शुभ अवसर पर उपस्थित होना उनके लिए सौभाग्य की बात है । उन्होंने बताया कि भारत में 12 मिलियन स्वयं सहायता समूह क्रियााशील हैं, जिनमें से 88% सदस्य महिलाएं हैं और उनको कुल 5.5 लाख करोड़ की राशि वितरित की गई है, जिससे महिलाओं के लिए अनेक अवसर उपलब्ध हुए हैं।
आईडीएफ की महानिदेशक सुश्री कैरोलिन एमोंड, केन्या डेरी बोर्ड की प्रबंध निदेशक सुश्री मार्गरेट किबोगी, अमूल डेरी के अध्यक्ष श्री विपुल पटेल और W20 की मुख्य संयोजक सुश्री धारित्री पटनायक ने भी सभा को संबोधित किया।
जन भागीदारी कार्यक्रम ने देश भर से सफलता की कहानियों की एक शृंखला के माध्यम से महिलाओं के सशक्तिकरण में डेरी क्षेत्र की भूमिका पर प्रकाश डाला। सहकारिताओं /उत्पादक संस्थाओं की महिला सदस्यों ने अपनी उत्थान की यात्रा साझा की। महिला डेरी किसानों की सफलता की कहानियों में शामिल किए गए W20 के प्रमुख प्राथमिकता वाले क्षेत्र थे – महिला उद्यमिता, जमीनी स्तर पर महिला नेतृत्व विकास, जेंडर डिजिटल गैप को कम करना, शिक्षा और कौशल विकास और जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई ।
इस कार्यक्रम में रक्षा , विज्ञान और खेल, जैसे विभिन्न क्षेत्रों से उपलब्धि हासिल करने वाली महिलाएं भी उपस्थित रहीं । इनमें सीड मदर ऑफ इंडिया - सुश्री राहीबाई सोमा पोपेरे, डीआरडीओ के एयरोनॉटिकल सिस्टम की पूर्व महानिदेशक और अग्नी मिसाइल IV की परियोजना निदेशक सुश्री टेसी थॉमस, शूटर, अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी और कॉमनवेल्थ गेम्स की पदक विजेता सुश्री लज्जा गोस्वामी शामिल रहीं।