सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन ने पूरे भारत में बायोगैस संयंत्रों के विस्तार के लिए एनडीडीबी के साथ समझौते पर किए हस्ताक्षर
25 दिसंबर 2024, आणंद: सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी सुजुकी आरएंडडी सेंटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एसआरडीआई) ने पूरे भारत में बायोगैस संयंत्रों का विस्तार करने के लिए 25 दिसंबर 2024 को राष्ट्रीय डेरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) के साथ एनडीडीबी, आणंद में एक समझौता किया। इस समझौते के अनुसार, एसआरडीआई एनडीडीबी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनडीडीबी मृदा लिमिटेड में निवेश करेगी। एनडीडीबी और एसआरडीआई की संयुक्त उद्यम कंपनी के रूप में, मृदा द्वारा विभिन्न रूपों में स्वच्छ ऊर्जा और ऑर्गेनिक उर्वरक प्रदान करके दोनों संस्थाओं के विज़न को आगे बढ़ाए जाने की संभावना है, जिससे गोबर आधारित बायोगैस मॉडल के माध्यम से रासायनिक उर्वरकों के उपयोग में कमी आएगी। एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ मीनेश शाह ने सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष श्री तोशीहिरो सुजुकी का हार्दिक स्वागत और अभिनंदन किया।
डॉ. मीनश शाह ने इसे एक ऐतिहासिक घटना करार दिया और कहा कि यह डेरी और ऑटोमोबाइल क्षेत्रों के बीच एक अनोखी साझेदारी है। यह गोबर का प्रभावी उपयोग कर स्वच्छ ऊर्जा और ऑर्गेनिक उर्वरकों के उत्पादन के माध्यम से डेरी किसानों के लिए अधिक मूल्य सृजित करेगी और साथ ही एक सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा देगी। आगे, उन्होंने यह कहा कि सुजुकी की विशेषज्ञता डेरी क्षेत्र को दीर्घकालिक स्थिरता प्राप्त करने में अत्यधिक सहायक सिद्ध होगी।
श्री टी सुजुकी ने डेरी क्षेत्र में एनडीडीबी द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और विशेष रूप से बायोगैस क्षेत्र में एनडीडीबी के साथ साझेदारी को आगे बढ़ाने के प्रति गहरी अभिरुचि व्यक्त की। उन्होंने मृदा को भारत में बायोगैस क्षेत्र में एक प्रमुख संस्था के रूप में उभरने की परिकल्पना की।
श्री केनिचिरो टोयोफुकु, निदेशक, एसडीआरआई और श्री एस राजीव, कार्यपालक निदेशक, एनडीडीबी ने इस समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर श्री केनिची आयुकावा, कार्यपालक उपाध्यक्ष, सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन; श्री विपुल पटेल, अध्यक्ष, अमूल डेरी; श्री हिसाशी टकेउची, प्रबंध निदेशक, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड; श्री संग्राम चौधरी, प्रबंध निदेशक, बनास डेरी; श्री धीरज चौधरी, प्रबंध निदेशक, दुग्धसागर डेरी; श्री मितेश मेहता, प्रबंध निदेशक, पंचमहल डेरी; श्री एस रघुपति, कार्यपालक निदेशक, एनडीडीबी और सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड तथा एनडीडीबी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
भारत में कार्बन न्यूट्रैलिटी में योगदान देने के उद्देश्य से, सुजुकी एनडीडीबी और देशभर की डेरी सहकारिताओं के साथ मिलकर बायोगैस संयंत्र स्थापित कर रही है। इससे पहले, एसडीआरआई ने गुजरात में गोबर आधारित कम्प्रैस्ड बायोगैस प्लांट स्थापित करने के लिए एनडीडीबी के साथ साझेदारी की थी। वर्तमान में, बनासकांठा जिले में बनास डेरी के साथ चार ऐसे संयंत्रों पर काम जारी है। इसके अलावा, अमूल डेरी, दुग्धसागर डेरी और अन्य डेरी सहकारिताओं के साथ भी अतिरिक्त संयंत्रों की योजना बनाई जा रही है। मृदा लिमिटेड में सुजुकी के निवेश के साथ, ये सभी पहल, अब, एक संगठित और वृहद स्तर पर लागू की जाएंगी।
श्री टी सुजुकी ने आणंद जिले के मुजकुवा गांव का दौरा किया, जहां उन्होंने बायोगैस संयंत्र और सोलर पंप लगाने वाले किसान परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने डेरी सहकारी समिति का भी दौरा किया, उसकी कार्यप्रणाली को समझा और किसानों से बातचीत की। गांव की नेतृत्व टीम ने उनका स्वागत-सत्कार किया।
एनडीडीबी ने पर्यावरण संरक्षण और कृषि विकास में योगदान देने के उद्देश्य से देशभर में विभिन्न बायोगैस मॉडलों को बढ़ावा देने के लिए अपनी पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी एनडीडीबी मृदा लिमिटेड की स्थापना की। एनडीडीबी मृदा पहले से ही पूरे देश में घरेलू बायोगैस संयंत्र को प्रोत्साहित कर रही है और गोबर आधारित उच्च क्षमता वाले अनूठे बायोगैस प्लांट का प्रबंधन करती है, जहां बायोगैस का उपयोग डेरी संयंत्र की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जाता है। मृदा सुधन ब्रांड के अंतर्गत स्लरी-आधारित ऑर्गेनिक उर्वरकों का उत्पादन और विपणन भी करती है।