झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री जी ने मेधा डेयरी में दूध पाउडर संयंत्र की रखी आधारशिला

झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री जी ने मेधा डेयरी में दूध पाउडर संयंत्र की रखी आधारशिला

आणंद, 06 जून 2025: झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी ने 6 जून, 2025 को रांची के होटवार स्थित मेधा डेयरी में 20 मीट्रिक टन प्रतिदिन (MTPD) क्षमता वाले अत्याधुनिक दूध पाउडर संयंत्र की आधारशिला रखी। इस अवसर पर झारखंड सरकार की माननीय कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की; कांके के विधायक श्री सुरेश बैठा; कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव श्री अबूबकर सिद्दीकी; एनडीडीबी के अध्यक्ष डॉ. मीनेश शाह तथा अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।

माननीय मुख्यमंत्री जी ने मेधा रागी लड्डू, सुधन जैविक उर्वरक तथा एनडीडीबी द्वारा विकसित डिस्ट्रीब्यूटर ऐप का शुभारंभ किया। उन्होंने नगरी स्थित मदर डेयरी में फल एवं सब्जियों के अपशिष्ट से साइलेज बनाने वाले संयंत्र की आधारशिला वर्चुअल माध्यम से रखी। माननीय मुख्यमंत्री जी ने मेधा लक्ष्मी योजना के तहत महिला दुग्ध उत्पादकों को चेक वितरित किए। श्री सोरेन जी ने जेएमएफ द्वारा दुग्ध उत्पादकों को दिए गए अतिरिक्त दूध मूल्य के चेक भी सौंपे।

माननीय मुख्यमंत्री जी ने बताया कि झारखंड राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक महासंघ लिमिटेड (JMF), जिसे एनडीडीबी द्वारा प्रबंधित किया जा रहा है, ने अपनी पहुंच और प्रभाव को विस्तार देने में उल्लेखनीय प्रगति की है। एनडीडीबी द्वारा निर्मित होने वाला यह नवीन दूध पाउडर संयंत्र सामूहिक विकास का एक आदर्श उदाहरण है, जो आत्मनिर्भर झारखंड के विज़न के अनुरूप है।

माननीय मुख्यमंत्री श्री सोरेन जी ने कहा कि झारखंड कृषि और ग्रामीण क्षेत्रों को सशक्त बनाने की दिशा में सराहनीय प्रगति कर रहा है। विभिन्न कृषि एवं दुग्ध संबंधित पहलों में महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, जो जमीनी स्तर पर वास्तविक सशक्तिकरण को दर्शाता है। सरकार किसानों को आवश्यक संसाधन एवं तकनीकी सहायता उपलब्ध कराकर उनकी उत्पादकता और आय बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। आने वाले वर्ष में ये सामूहिक प्रयास राज्य में किसानों को महत्वपूर्ण लाभ पहुंचाएंगे और दुग्ध उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि करेंगे।

माननीय कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री श्रीमती तिर्की ने कहा कि इस संयंत्र की स्थापना झारखंड में डेयरी पारिस्थितिकी तंत्र को सशक्त बनाने, ग्रामीण आजीविका को बेहतर करने और छोटे एवं सीमांत किसानों के लिए सतत् डेयरी मूल्य शृंखला विकसित करने की एनडीडीबी की व्यापक दृष्टि के अनुरूप एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। वर्तमान में, जेएमएफ द्वारा संकलित अतिरिक्त दूध को स्किम्ड मिल्क पाउडर में परिवर्तित करने हेतु पड़ोसी राज्यों में भेजा जाता है। रांची में स्थापित हो रहा यह नया संयंत्र जेएमएफ को झारखंड के भीतर ही अतिरिक्त दूध को प्रोसेस करने में सक्षम बनाएगा, जिससे राज्य के दुग्ध उत्पादकों को बेहतर लाभ मिलेगा। उन्होंने यह जानकारी दी कि राज्य सरकार जेएमएफ से जुड़े किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के उद्देश्य से दूध आपूर्ति करने वाले सदस्यों को प्रति लीटर 5 रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान कर रही है।

इस अवसर पर, श्री मीनेश शाह, अध्यक्ष, एनडीडीबी ने कहा कि होटवार में पाउडर संयंत्र की स्थापना से झारखंड के डेयरी बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी और राज्य के हजारों डेयरी किसानों की आय स्थिरता सुनिश्चित करने की दिशा में यह एक अहम कदम होगा। उन्होंने यह उल्लेख किया कि पिछले दशक में, झारखंड सरकार के साथ एनडीडीबी की साझेदारी ने क्षेत्र में सहकारी डेयरी आंदोलन को पुनर्जीवित किया है। उन्होंने आत्मनिर्भरता और सस्टेनेबिलिटी की दिशा में जेएमएफ की यात्रा में सहयोग देने की एनडीडीबी की प्रतिबद्धता को दोहराया। एनडीडीबी के अध्यक्ष ने जेएमएफ के लिए कर्मचारियों के वेतन, टर्नकी सेवा शुल्क और प्रबंधन शुल्क की छूट तथा विभिन्न परियोजनाओं के लिए अनुदान के रूप में एनडीडीबी द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला।

एनडीडीबी के प्रबंधन में, जेएमएफ (JMF) ने 2014 में अपनी साधारण उपस्थिति को एक मजबूत दुग्ध नेटवर्क में परिवर्तन किया है, जिसमें लगभग 65,000 सक्रिय दुग्ध उत्पादक, लगभग 1150  दुग्ध सहकारी समितियां शामिल हैं और प्रतिदिन 2.5 लाख किलोग्राम से अधिक दूध का संकलन किया जा रहा है। जेएमएफ वर्तमान में छह दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्रों का संचालन कर रहा है और साथ ही गोबर प्रबंधन, नस्ल सुधार, चारे के विकास और पारंपरिक एथनो-वेटरनरी प्रैक्टिसेस में भी विभिन्न पहल कर रहा है।